Dard, Sarbjit, lyrics, मैं दर्दों को पास बिठा कर ही सोऊं


Dard Sarbjit Lyrics in Hindi, मैं दर्दों को पास बिठा कर ही सोऊं

मैं दर्दों को पास बिठा कर ही सोऊं (२)
जो तुझे लगता बारिश है वो मैं हूँ जो रोऊँ (२)
मैं दर्दों को पास बिठा कर ही सोऊं
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खुशियों से मिलना भूल गए
तुम इतना क्यों हमसे दूर गए
कोई किरण इक दिन आएगी
तुम तक हमको लेके जायेगी
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मैं राह पे आँख बिछा के ही सोऊं (२)
जो तुझे लगता बारिश है वो मैं हूँ जो रोऊँ (२)
मैं दर्दों को पास बिठा कर ही सोऊं
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पंख अगर होते उड़ के चला मैं आता रुकता न एक पल
क़ैद ये कैसी खुदा सांस भी रूठी है सीने मैं आज कल
आज कल, आज कल, आज कल
आज कल, आज कल, आज कल
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मैं दर्दों को पास बिठा कर ही सोऊं (२)
जो तुझे लगता बारिश है वो मैं हूँ जो रोऊँ (२)
मैं दर्दों को पास बिठा कर ही सोऊं

Movie – Sarbjit (सरबजीत )
Released – 2016
Song – Dard
Singer- Sonu Nigam
Composer- Jeet Gannguli
Lyrics – Jaani, Rashmi Virag

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